Mutual Funds Kya Hai: अगर कोई आज पेड़ की छांव में बैठा है, तो इस वजह से कि किसी ने बहुत समय पहले यह पेड़ लगाया होगा। दोस्तों यह कहावत निवेश के दुनियां बिल्कुल फिट बैठती है। निवेश को जितने जल्दी शुरु किया जाए तो आप को बेहतर रिटर्न देता है। आज के समय में निवेश करने के किए कई स्कीम है, जिसमें से SIP शुरु करना आजकल पॉपूलर निवेश टूल में से एक है।
आप ने तो जरुर म्यूचुअल फंड सही है ये एड को जरुर देखा और पढ़ा होगा, जिससे कभी आपने सोचा है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में नहीं ना, तो चलिए यहां पर हम आप को म्यूचुअल फंड में निवेश से जानकारी से आप को रुबरू कराते हैं। क्या आप अपने पैसे को सही जगह पर निवेश करके बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं? लेकिन, समझ नहीं पा रहे कि कहां और कैसे निवेश करें? आज हम आपको बताएंगे म्युचुअल फंड्स (Mutual Funds Kya Hai) के बारे में……
Mutual Funds Kya Hai: Mutual Fund क्या है?
म्यूचुअल फंड भी एक तरह का फंड है। इसमें लोग एसआईपी के जरिए एक जगह पर पैसे निवेश करते हैं। निवेशकों के द्वारा लगाए जाने वाले पैसों एसेट मैनेजमेंट कंपनियों स्टॉक, बांड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट और अन्य प्रकार की इक्विटी में लगाती है। इन बड़े-बड़े म्यूचुअल फंड को एक प्रोफेशनल और अनुभवी मेनेजमेंट के द्धारा संचालन किया जाता है।
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते है, उसे फंड के बेनिफिट, नुकसान और कमाई में हिस्सा मिलता है, यहां पर कहने का मतलब है, यह कि म्यूचुअल फंड कैसे परफॉर्म कर रहा है, तो आप का लगा पैसा भी यहां भागीदार बन जाते है। इसे आसान भाषा में समझे तो म्यूचुअल फंड एक लार्ज साइज का पिज्जा है और उसमें निवेश करना पिज्जा के छोटे टुकड़े खरीदने जैसा होता है।
आप के लिए जानने वाली बात यह है, कि हिस्टोकिकली देख जाए तो म्यूचुअल फंड पर औसतन रिटर्न 9 से 12 प्रतिशत देखा गया है। हालांकि आप को ध्यान रखना है, शेयर बाजार में किसी भी निवेश टूल में पैसा लगाना एक रिस्क भी है।
कितने तरह का होता है Mutual Fund
- इक्विटी फंड्स में निवेश राशि का इस्तेमाल शेयर बाजार में किया जाता है।
- डेट फंड्स में निवेशकों से लिए पैसों का इस्तेमाल ट्रेजरी बिल, कॉरपोरेट बॉन्ड और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज के लिए किया जाता है।
- बैलेंस या हाइब्रिड फंड्स एक तरह से इक्विटी और डेट फंड का मिश्रण होता है। इसमें निवेशक रिस्क लिए बिना केवल लाभ के लिए निवेश करता है।
- सॉल्यूशन ओरिएंटेड फंड्स में किसी खास लक्ष्य के लिए निवेश किया जाता है। यह एक तरह से इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड की तरह ही होता है।
यहां पर म्यूचुअल फंड के बारे में जान तो लेकिन निवेश करने से पहले आप म्युचुअल फंड के फायदे और नुकसान जरुर जानें वर्ना परेशानी हो सकती है।
Mutual Funds में फायदे (Mutual Funds Kya Hai)
अगर आप यहां पर निवेश करते हैं, तो आपके निवेश को एक्सपर्ट्स संभालते हैं, जिनका काम ही है सही समय पर सही निवेश करना। जिससे मोटा रिटर्न मिलने चांस रहते है। म्युचुअल फंड्स में निवेश करने में दुसरा फायदा ये है, कि म्युचुअल फंड्स में आप एक साथ कई अलग-अलग कंपनियों और एसेट में निवेश कर सकते हैं, जिससे आपके जोखिम को कम किया जा सकता है। यानि कहने का मतलब है कि आप के निवेश को डायवर्सिटी मिलती है
अगला फायदा आप को यहां पर निवेश करने पर लिक्विडिटी मिलती है, यानि कि आप अपने म्युचुअल फंड्स को कभी भी बेच सकते हैं और उन्हें कैश में बदल सकते हैं।
म्युचुअल फंड्स में निवेश करते हैं, तो ट्रांसपेरेंसी मिलती है, क्योंकि म्यूचुअल फंडों को नियमित प्रदर्शन रिपोर्ट प्रकाशित करना आवश्यक है। इस ट्रांसपेरेंसी से आप इनवेस्ट करने के लिए सही निर्णय लेने में सक्षम होतेे है। यह पता चलता है, कि कौन सा म्यूचुअल फंडो बेहतर रिटर्न दे रहा है।
Mutual Funds में नुकसान (Mutual Funds Kya Hai)
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो फायदे के साथ–साथ नुकसान जरुर जानें ले फिर सोच–समझकर निर्णय ले सकेंगे। यहां पर रिटर्न मिलने पर उतार–चढ़ाव होता है, ऐसे में जो लोग निवेश पर निश्चित रिटर्न पसंद करते हैं। उन्हें म्यूचुअल फंड के रिटर्न से निराशा हो सकती है। म्यूचुअल फंड निश्चित रिटर्न की पेशकश नहीं करते हैं आप पहले सोच समझ कर ही निवेश करें।
यहां पर अगर आप ने निवेश कर दिया है तो निवेशक का कोई कंट्रोल नहीं है। क्योंकि म्यूचुअल फंड निवेश के मामले में, फंड की होल्डिंग्स और Investment Strategies से संबंधित सभी निर्णय फंड मेनेजर द्वारा लिए जाते हैं। म्यूचुअल फंड में आपके पोर्टफोलियो पर आपका कंट्रोल कम होता है।
Mutual Funds पर शुल्क और खर्च (Mutual Funds Kya Hai)
आप सोच रहे होगें कि यहां पर निवेश करने पर कोई शुल्क और खर्च नहीं लगता है। तो आप गलत फहमी में है। म्यूचुअल फंड निवेश में मेनेजमेंट फीस, Operating Expenses and Sales Loads जैसे शुल्क शामिल होते हैं। ये लागतें निवेशक के शुद्ध लाभ को कम कर सकती हैं।
अगर कोई फंड हाउस में इस लिए पैसा लगा रहे है। कि फंड के पिछले प्रदर्शन अच्छा रहा है। आने वाले समय में मोटा रिटर्न दे सकता है। तो बड़ी भूल कर रहे है क फंड के पिछले प्रदर्शन मूल्यांकन एक सामान्य निर्णय के लिए है। इसलिए जरुरी नहीं है। पहले जितना आप को रिटर्न मिलें। यानी की पिछला प्रदर्शन भविष्य के प्रदर्शन की गारंटी नहीं देता है। फंड का प्रदर्शन के लिए कहा जा सकता है। यहां फंड पर रिटर्न फंड मैनेजर के अनुभव और निर्णय पर निर्भर करता है ।
Mutual Funds में ऐसे करें निवेश (Mutual Funds Kya Hai)
यहां पर लास्ट तक लेख पढ़ रहे हैं, तो लगे हाथ यह जानें लें कि कैसे यहां पर इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसके अलावा म्यूचुअल फंड में डायरेक्ट इन्वेस्ट भी किया जा सकता है। यानि कि वेबसाइट या ऐप पर जाकर निवेश कर सकते हैं। इसमें फंड हाउस चार्ज कम देना होता है।
नोट- म्युचुअल फंड्स में निवेश के कई फायदे तो हैं, ही बल्कि इसमें कुछ जोखिम भी होते हैं, आप निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें